राजधानी रायपुर में एक सिख बस ड्राइवर के साथ पगड़ी खींचकर मारपीट हुई है। इस मामले में रायपुर SSP संतोष कुमार सिंह ने दो कांस्टेबलों को सस्पेंड किया है। इन पुलिसकर्मियों ने रात में बस स्टैंड में सोते हुए ड्राइवर को उठाकर गाली-गलौज की। फिर उसे जबरन थाने लाकर बेरहमी से पट्टों से पीटा, मन शांत नही हुआ तो उसे अगले दिन जेल भी भेज दिया। इस घटना के बाद बस ड्राइवर संघ समेत सिख समाज में बड़ी नाराजगी थी।
बस ड्राइवर बहादुर सिंह ने बताया कि घटना 8-9 जून दरमियानी रात की है। वह महिंद्रा ट्रेवल्स में ड्राइविंग का काम करता है। ड्यूटी से वापस आकर वह बस स्टैंड के बरामदे में सो रहा था। तभी ड्यूटी में तैनात टिकरापारा थाना के दो कांस्टेबल चंद्रभान भदोरिया और सुरजीत सिंह सेंगर वहां पहुंचे। उन्होंने बहादुर सिंह को डंडे से छूते हुए यहां क्यों सो रहा है कहा। बहादुर ने बताया कि वह यहीं पर सोता है।
बहसबाजी होने पर पगड़ी खींचकर पीटा
इसके बाद बहादुर ने उन्हें दुर्व्यवहार करने से मना किया। इस बात से दोनों कांस्टेबल भड़क गए। वे बहसबाजी के बाद पहले पगड़ी फिर बाल खींचकर मारपीट करने लगे। वे बहादुर को घसीटते हुए बस स्टैंड से थाने ले गए। फिर वहां पर पट्टे से उसे बुरी तरह मारा। इस मारपीट में बहादुर के शरीर में कई जगह चोट के निशान भी आ गए।
पुलिसकर्मियों का मन शांत नहीं हुआ तो उन्होंने बहादुर को अगले दिन प्रतिबन्धात्मक धारा में जेल भेज दिया। जेल से जमानत लेकर जब बहादुर वापस आया तो उसने इसकी जानकारी बस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और सिख समाज को दी।
कलेक्टर से शिकायत, एसएसपी ने किया सस्पेंड
इस मामले के सामने आने के बाद बस कर्मचारी संघ ने घटना पर कड़ी आपत्ति दर्ज की। तो वही दूसरी ओर सिख समाज ने भी दुर्व्यवहार को लेकर पुलिस के बड़े अधिकारियों समेत रायपुर कलेक्टर से मुलाकात कर शिकायत सौंपी। इस घटना के बाद रायपुर एसएसपी ने टिकरापारा थाने के कांस्टेबल चंद्रभान भदोरिया और सुरजीत सिंह सेंगर को सस्पेंड कर दिया।