पश्चिम बंगाल के उत्तर दीनाजपुर से 30 जून 2024 को ताजेमुल उर्फ जेसीबी द्वारा की जा रही एक महिला की निर्ममता से पिटाई की वीडियो वायरल हुई थी। सोशल मीडिया पर इसे तमाम लोगों द्वारा शेयर किया गया था। सवाल उठाए गए थे कि क्या ये तालिबान शासन जैसा नहीं है जहाँ शरिया कोर्ट में महिलाओं के साथ बर्बरता होती है। बाद में बंगाल पुलिस ने वीडियो संज्ञान में आने पर आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उसे अरेस्ट भी किया। हालाँकि अब खबर है कि ताजेमुल नाम के आरोपित की गिरफ्तारी के बाद अब बंगाल पुलिस उन लोगों के खिलाफ एक्शन ले रही है जिन्होंने घटना की वीडियो शेयर करके सबको मामले से अवगत कराया था। इस लिस्ट में कई लोगों के नाम हैं। हैरानी की बात ये है कि इसमें शहजाद जयहिंद भी हैं जिन्होंने इस मामले में सिर्फ टीएमसी सांसद के पति पत्रकार राजदीप सरदेसाई की चुप्पी पर सवाल उठाए थे।
वीडियो शेयर करने वालों पर कार्रवाई
सबसे पहले रश्मि सामंत का ट्वीट देखिए। रश्मि सामंत ने अपने ट्वीट में वीडियो को शेयर करते हुए कहा था कि सरेआम महिला को मारा जा रहा है ये अफगानिस्तान नहीं बंगाल है।
कुछ देर बाद रश्मि को पता चला कि बंगाल पुलिस ने उनका ट्वीट हटवाने के लिए एक्स को संपर्क किया है। उन्होंने इसका स्कीनशॉट शेयर कर लिखा कि असली तानाशाही ये होती है।
इसी प्रकार अश्विनी श्रीवास्तव ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था ममता का बंगाल महिलाओं के लिए तालिबान से अधिक खतरनाक है।
अश्विन भी थोड़ी देर बाद जानकारी देते हैं आईटी एक्ट के उल्लंघन के तहत उनके इस ट्वीट को हटवाने के लिए बंगाल पुलिस ने एक्स को अनुरोध किया है।
इसी प्रकार से एक नेटिजन्स ऋषि बागरी का तो कहना है कि उनपर इस मामले में बंगाल पुलिस ने केस किया है। अपने ट्वीट में बागरी ने कहा कि उन्होंने सीपीआईएम नेता मोहम्मद सलीम का एक वीडियो को शेयर किया था। अब बंगाल पुलिस ने उनपर केस कर कर लिया है। ऋषि इस संबंध में लिखते हैं- आरोपितों के विरुद्ध एक्शन लेने की बजाय ये लोग जानकारी देने वालों को गिरफ्तार करने में लगे हैं। असल में तानाशाही का रूप ऐसा होता है। मालूम हो कि ऋषि ने अपने ट्वीट में पुलिस से कार्रवाई की बात कही है, मगर उन्होंने स्क्रीनशॉट वैसा ही लगाया है जैसा बाकी यूजर्स ने यानी X द्वारा प्राप्त मेल का।
वहीं वकील शशांक शेखर झा के पोस्ट को भी बंगाल पुलिस ने एक्स से हटाने को कहा है। इस पर शशांक झा लिखते हैं, “बंगाल पुलिस क्या सच में तुम में कोई शर्म नहीं बची है। तुम वाकई इस पोस्ट को डिलीट करवाने को कह रहे हो?”
शुभम नाम का एक यूजर भी एक्स से आए मेल का स्क्रीनशॉट शेयर करके कहता है कि बंगाल पुलिस ने उसके पोस्ट पर भी नोटिस भेजा है। शुभम लिखते हैं- ऐसा लग रहा है कि बंगाल पुलिस को समझना मुश्किल नहीं हैं, वो सिर्फ लोगों को नोटिस भेजकर आवाजें दबाने का काम करते हैं। इनके कड़ी मेहनत को प्रणाम। बंगाल पुलिस 24X7 सेवा में तत्पर है, पर लोगों के नहीं, टीएमसी के।
इसके अलावा बंगाल पुलिस ने एक्स से ये कार्रवाई भाजपा नेता शहजाद जय हिंद के खिलाफ भी करने को कहा है जबकि उन्होंने अपनी वीडियो में राजदीप सरदेसाई की चुप्पी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने सिर्फ ये पूछा था कि आखिर राजदीप इस मामले में 9 बजे कोई डिबेट क्यों नहीं करते जहाँ महिला को मारा गया और टीएमसी करीबी ने इसे जायज ठहराया।
बता दें कि राजदीप सरदेसाई टीएमसी सांसद सागरिका घोष के पति हैं लेकिन साथ में पत्रकार भी हैं। वे अक्सर ऐसे मुद्दों को तब उठाते हैं जब मामला भाजपा शासित प्रदेश का हो, मगर इस बार उन्होंने चर्चा नहीं की। इसी को लेकर शहजाद ने सवाल किया। हालाँकि बंगाल पुलिस को इसमें भी आईटी एक्ट का उल्लंघन दिखा और उन्होंने एक्स से कार्रवाई को बोला। वहीं शहजाद ये मेल पाने के बाद कहते दिखे- “टीएमसी सांसद का ऐसा रुतबा है कि बंगाल पुलिस मुझपर कार्रवाई करना चाहती है। क्या ये लोकतंत्र और सहिष्णुता है। जेल चला जाऊँगा, लेकिन पोस्ट नहीं हटाऊँगा।”
वीडियो में क्या था
उल्लेखनीय है कि रविवार को सामने आई वीडियो में दिख रहा था कि ताजेमुल महिला को डंडे से मार रहा था। महिला बार-बार उसे छोड़ने की गुहार लगा रही थी लेकिन ताजेमुल रुकने का नाम नहीं ले रहा था। उसने महिला को तब तक मारा जब तक वो बेहोश नहीं हो गई। इसके बाद उसने महिला के अचेत होते ही उसे लात मार दी। वीडियो में महिला के अलावा एक अन्य व्यक्ति को भी पीटते हुए देखा जा रहा है।