शिवमंदिर शुभमविहार के सामने स्थित पॉश अपार्टमेंट जे पी हाईट्स पहली ही बरसात में टापू में तब्दील हो गया हैं। आईएएस ऑफीसर, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, बड़े सरकारी अधिकारियों, जज, वकील, नेता, बैंकर्स, डॉक्टर्स, प्रोफेसर, शिक्षकों, इंजीनियरो, व्यवसायियों की इस पॉस कालोनी का दुर्भाग्य हैं कि विगत आठ सालों में तीन सासंद, तीन विधायक, तीन महापौर, दो पार्षद बदल गए लेकिन अभी तक सड़क, नाली केवल आश्वासन तक ही सीमित हैं।
शासन, प्रशासन सब ने थमाया झुनझुना
जनप्रतिनिधियों, जिलाधिकारी, नगरनिगम आयुक्त से निवेदन करने पर केवल आश्वासन के झुनझुना के अलावा कुछ नहीं हो रहा हैं। मंत्री रहे अमर अग्रवाल, कद्दावर विधायक रहे शैलेश पांडेय, महापौर, पार्षद आदि सभी ने सिवाय वोट लेने के अलावा यहां के कभी सुध नहीं ली। निर्माण सामग्रियों के फैलने व बगल के प्लॉट में पानी सड़कर मच्छरों की फौज तैयार करने के साथ भूमि में नीचे जाकर पेयजल को दूषित कर रहा हैं। जिससे आने वाले दिनों में मलेरिया, डायरिया जैसी गम्भीर बीमारियों की शिकायत बढ़ने वाली हैं।
जे पी हाईट्स विकास समिति के अध्यक्ष ललित अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री संजय राजपूत, श्रीमती रश्मि अग्रवाल, सचिव श्री मोहन अग्रवाल, सहसचिव श्रीमती अर्चना पांडेय, कोषाध्यक्ष श्री संतोष अग्रवाल, सहकोषाध्यक्ष श्रीमती नेहा राजपूत, संरक्षक श्री राजेश वर्मा, श्री आर के पांडेय, श्री सतविंदर सिंह, श्री ईश्वर पटेल, श्री अरविंद छाबड़ा, श्री धर्मेंद्र पटेल, श्रीमती सुषमा अग्रवाल, श्रीमती दीपिका शुक्ला, श्रीमती करिश्मा अग्रवाल, श्रीमती निशा अग्रवाल सहित समिति के सभी सदस्यों ने निर्णय लिया है कि 15 दिनों में कि यदि नाली व सड़क की समस्याओं के स्थाई समाधान नहीं होता हैं तो मजबूर होकर आगामी नगरीय निकाय चुनाव का बहिष्कार करना ही अंतिम विकल्प होगा।